li.घमंडी-राजा.li द्वारकाधीश तीर्थपुरोहित राजीव भट्ट 8511028585 G/F/in/t @ Dwarkadhish Pandaji Watsapp:~ 8511028585 एक राज्य में एक राजा राज करता था। वह एक शानदार महल में रहता था, जो कीमती पत्थरों से बना था और जिसमें तरह-तरह की नक्काशियां की हुई थीं। महल इतना सुंदर था कि उसके चर्चे दूर दूर तक फैले हुए थे। उसके महल के मुकाबले का महल आसपास के किसी भी राज्य के राजा के पास नहीं था। जो भी राजा का महल देखता, उसकी प्रशंसा के पुल बांध देता। अपने महल की प्रशंसा सुनकर राजा फूला नहीं समाता। धीरे धीरे उसमें घमंड घर कर गया। जो भी उसके महल में आता, वह अपेक्षा करता कि उसके महल की प्रशंसा करे। यदि कोई उसके महल की प्रशंसा नहीं करता, तो उसे बुरा लग जाता था। द्वारकाधीश तीर्थपुरोहित राजीव भट्ट 8511028585 एक बार एक साधु उसके दरबार में आया। साधु से शास्त्र ज्ञान लेने के बाद राजा ने उससे कहा, “गुरुवर! आज की रात आप यहीं ठहरें। मैं आपके रुकने की व्यवस्था करवाता हूं।” साधु ने स्वीकृति देते हुए उत्तर दिया, “राजन्! इस सराय में मैं अवश्य ठहरूंगा।” अपने महल को सरा...