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मनुष्य के भाग्य में क्या है ?

मनुष्य के भाग्य में क्या है ? F/g+/t @ Dwarkadhish pandaji         एक बार महर्षि नारद वैकुंठ की यात्रा पर जा रहे थे, नारद जी को रास्ते में एक औरत मिली और बोली। मुनिवर आप प्रायः भगवान नारायण से मिलने ज...

मनुष्य के भाग्य में क्या है ?

मनुष्य के भाग्य में क्या है ? F/g+/t @ Dwarkadhish pandaji         एक बार महर्षि नारद वैकुंठ की यात्रा पर जा रहे थे, नारद जी को रास्ते में एक औरत मिली और बोली। मुनिवर आप प्रायः भगवान नारायण से मिलने ज...

भगवान को भक्ति प्रिय है krishna blessings

🔸एक सेठ के पास एक व्यक्ति काम करता था । सेठ उस व्यक्ति पर बहुत विश्वास करता था जो भी जरुरी काम हो वह सेठ हमेशा उसी व्यक्ति से कहता था। . 🔹वो व्यक्ति भगवान का बहुत बड़ा भक्त था व...

अष्ट लक्ष्मी उपासना Laxmi Devi Upasana

माँ लक्ष्मी के अष्ट लक्ष्मी रूप F/g+/t @ Dwarkadhish pandaji माँ लक्ष्मी के 8 रूप माने जाते है या यह कहे की आठ प्रकार की लक्ष्मी होती है | हर रूप विभिन्न कामनाओ को पूर्ण करने वाला है यह रूप भिन्न है मनचाही लक्ष्मी प्राप्ति हेतु अष्ट लक्ष्मी की उपासना इस धनतेरस पर करे या धनतेरस से शुरुआत करें।  | दिवाली और हर शुक्रवार को माँ लक्ष्मी के इन सभी रूपों की वंदना करने से असीम सम्पदा और धन की प्राप्ति होती है | १) आदि लक्ष्मी या महालक्ष्मी : माँ लक्ष्मी का सबसे पहला अवतार जो ऋषि भृगु की बेटी के रूप में है। २) धन लक्ष्मी : धन और वैभव से परिपूर्ण करने वाली लक्ष्मी का एक रूप | भगवान विष्णु भी एक बारे देवता कुबेर से धन उधार लिया जो समय पर वो चूका नहीं सके , तब धन लक्ष्मी ने ही विष्णु जी को कर्ज मुक्त करवाया था | ३) धन्य लक्ष्मी : धन्य का मतलब है अनाज : मतलब वह अनाज की दात्री है। F/g+/t @ Dwarkadhish pandaji ४) गज लक्ष्मी : उन्हें गज लक्ष्मी भी कहा जाता है, पशु धन की देवी जैसे पशु और हाथियों, वह राजसी की शक्ति देती है ,यह कहा जाता है गज - लक्ष्मी माँ ने भगवान इंद्र को स...