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Showing posts from March, 2020

पंचतंत्र की कहानी: आलसी ब्राह्मण

पंचतंत्र की कहानी: आलसी ब्राह्मण G/F/in/t @ Dwarkadhish Pandaji Watsapp:~ 8511028585 बहुत समय की बात है. एक गांव में एक ब्राह्मण अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता था. उसकी ज़िंदगी में बेहद ख़ुशहाल थी. उसके पास भगवान का दिया सब कुछ था. सुंदर-सुशील पत्नी, होशियार बच्चे, खेत-ज़मीन-पैसे थे. उसकी ज़मीन भी बेहद उपजाऊ थी, जिसमें वो जो चाहे फसल उगा सकता था. लेकिन एक समस्या थी कि वो ख़ुद बहुत ही ज़्यादा आलसी था. कभी काम नहीं करता था. उसकी पत्नी उसे समझा-समझा कर थक गई थी कि अपना काम ख़ुद करो, खेत पर जाकर देखो, लेकिन वो कभी काम नहीं करता था. वो कहता, “मैं कभी काम नहीं करूंगा.” उसकी पत्नी उसके अलास्य से बेहद परेशान रहती थी, लेकिन वो चाहकर भी कुछ नहीं कर पाती थी. एक दिन एक साधु ब्राह्मण के घर आया और ब्राह्मण ने उसका ख़ूब आदर-सत्कार किया. ख़ुश होकर सम्मानपूर्वक उसकी सेवा की. साधु ब्राह्मण की सेवा से बेहद प्रसन्न हुआ और ख़ुश होकर साधु ने कहा कि “मैं तुम्हारे सम्मान व आदर से बेहद ख़ुश हूं, तुम कोई वरदान मांगो.” ब्राह्मण को तो मुंहमांगी मुराद मिल गई. उसने कहा, “बाबा, कोई ऐसा वरदान दो कि मुझे ख़ुद कभी कोई काम न करना...

शनिदेव-पौराणिक, वैज्ञानिक एवं ज्योतिषीय दृष्टिकोण में (विस्तृत विवरण) ओर शनिदेव शांति उपाय भी दिए गए है

💥  शनिदेव-पौराणिक, वैज्ञानिक एवं ज्योतिषीय दृष्टिकोण में (विस्तृत विवरण) ओर शनिदेव शांति उपाय भी दिए गए है  💥 G/F/in/t @ Dwarkadhish Pandaji Watsapp:~ 8511028585 नवग्रह में शनि ऐसे ग्रह हैं जिसके प्रभाव से कोई व्यक्ति नहीं बचा है। ऐसा व्यक्ति तलाश करना असम्भव है जो शनि से डरता न हो। कुछ वर्ष पहले तक प्रत्येक व्यक्ति इनका नाम लेने से भी घबराता था परन्तु कुछ समय से इनकी पूजा- अर्चना बहुत ही अच्छे स्तर पर होने लगी है। आज व्यक्ति इनकी महिमा को समझने लगा है। उसके मन से इनका भय समाप्त हो रहा है। किसी को भी शनिदेव से भयभीत होने की आवश्यकता नंहीं है। आप केवल अपने कर्म पर विश्वास रखें, बाकी का सब कुछ शनिदेव पर छोड़ दें। मेरा विश्वास है कि यदि आपके इस जन्म के व पिछले जन्म के कर्म अच्छे हैं तो आपको अवश्य ही शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होगा क्योंकि आपके पिछले जन्म के कर्मों के प्रभाव से आपकी पत्रिका में शनिदेव की स्थिति अनुकूल होगी। इस अनुकूल स्थिति में आपको अवश्य ही शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होगा पिछला जन्म किसी ने नहीं जाना है, इसलिये यदि आपकी पत्रिका में शनि की स्थिति अनु...

वाइरस से ज्योतिषशास्त्र का उपाय

वाइरस से ज्योतिषशास्त्र का उपाय ज्योतिष के अनुसार कोई भी वायरस राहु और शनि से प्रभावित होता है। जो ऑक्सीजन को दूषित करके हवा को विषैला बनाते हैं।  राहु का संबंध धुएं और आसमान दोनों से है। ऐसे ही कोई भी वायरस हवा में कहीं भी पहुंच जाता है। शनि हवा में पैदा हुए कण हैं, जो इसको फ़ैलाने में मदद करते हैं और अभी राहु अपनी उच्च राशि मिथुन में गोचर कर रहे हैं। जो भारत की कुंडली का दूसरा घर और आम इंसान के मुंह और नाक का भी घर है। इस घर में चंद्र उच्च के और बृहस्पति कारक ग्रह हैं। शनि अपनी मकर राशि में हैं और ये हमारी ऑक्सीजन को प्रभावित करते हैं। जिसका कारक ग्रह बृहस्पति है।  नाक के जरिए सांस लिया जाता है और ऑक्सीजन शरीर तक पहुंच कर जीवन प्रदान करती है। कोरोना वायरस का हमला सांस के जरिए मानव शरीर में पहुंच कर नुकसान पहुंचा रहा है। जिससे उसे जीवन तक से हाथ धोना पड़ रहा है। पूरे ब्रह्मांड की ऑक्सीजन पर बृहस्पति का स्वामित्व स्थापित है। ऑक्सीजन बारिश के कारण पैदा होती है, जिससे पेड़-पौधे फलते-फूलते हैं और स्वच्छ वायु देते हैं। जिसका कारक ग्रह चंद्र है।  वर्तमान समय में भारत पर कोरोना व...

क्यों समझ से बाहर है "स्त्री" ? Women story

क्यों समझ से बाहर  है "स्त्री" ?  G/F/in/t @ Dwarkadhish Pandaji Watsapp:~ 8511028585 🔸🔸🔹🔸🔸🔹🔸🔸 ''त्रिया-चरित्रम्'' अर्थात तीन प्रकार के चरित्र !   १ - सात्विक,  २- राजसिक ,   ३- तामसिक ! ब्रह्माण्ड का सञ्चालन सुचारु रूप से चलाने के लिये उन्होंने तीन प्राकृतिक गुणों की रचना की जो सत्व, राजस तथा तम नाम से जनि जाती हैं। साथ ही इन त्रिगुणों के ''परिचालन'' हेतु, त्रि-देवो की संरचना की।  निर्माण या रचना, पालन तथा संहार, ये तीनो ही सञ्चालन हेतु ''संतुलित'' रूप में अत्यन्त आवश्यक हैं। G/F/in/t @ Dwarkadhish Pandaji  Watsapp:~ 8511028585 त्रिगुणात्मक प्रकृति, शक्ति या बल, "सात्विक (सत्व), राजसिक (रजो) तथा तामसिक (तमो)" तीन श्रेणियों में विभाजित हैं। हिन्दू वैदिक दर्शन के अनुसार संसार के प्रत्येक जीवित और निर्जीव तत्त्व, की उत्पत्ति या जन्म इन्हीं गुणों के अधीन हैं। ब्रह्मांड के सुचारु ''संचालन'' हेतु, इन ''तीन गुण'' अत्यंत ''अनिवार्य'' हैं, इनके बिना ''ब्रह्मांड...